उज्जैन में लॉक डाउन के बीच शासकीय स्कूल के अतिथि शिक्षकों की मुश्किलें बढ़ गयी, अतिथि शिक्षकों ने अपना सेवा काल 12 महीने करने की मांग रखी। अतिथि शिक्षक समन्वय समिति मध्य प्रदेश के जिला अध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया कि 30 अप्रैल को अतिथि शिक्षको को शाला से कार्यमुक्त कर दिया गया। मानदेय के रूप में वर्ग बार 5 हज़ार, 7 हज़ार और 9 हज़ार दिया जाता है। लॉक डाउन के बीच भी अतिथि शिक्षक ऑनलाइन विद्यार्थियों को पढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। वर्तमान परिस्थिति ऐसी नहीं है की सेवा से कार्यमुक्त होने पर अतिथि शिक्षक कोई और कार्य कर सके, इसलिए शासन से मांग रखी कि अतिथि शिक्षकों को मई और जून का मानदेय देते हुए सेवा कार्य 12 माह किया जाए। पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को आज पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। उमावि लेकोडा की अतिथि शिक्षिका माधुरी परमार ने बताया मेरा व मेरे साथ के 5 लोगो का मार्च-अप्रेल का भी मानदेय नही दिया। जिसको लेकर भी डीईओ आवेदन दिया, लेकिन मानदेय नही दिया जा रहा।