दिल्ली के लिए आज का दिन बेहद अहम है, रूझानों के मुताबिक दिल्ली के दिल पर आम आदमी पार्टी (AAP)अपना कब्जा करती दिखाई दे रही है। लग रहा है कि आम आदमी पार्टी का वो नारा अच्छे रहे पांच साल अबकी बार फिर केजरीवाल(Arvind Kejriwal) लोगों की जुबां पर चढ़ गया है। लेकिन आम आदमी पार्टी की जीत के पीछे उसकी स्ट्रेटजी काफी बड़ी वजह बताई जा रही है। आम आदमी पार्टी ने जिस तरह से अपनी रणनीति बनाईं उसका फायदा इन चुनावों में उसे होता दिखाई दिया। चलिए आपको बताते हैं उन पांच रणनीतिक कदमों के बारे में जो आम आदमी पार्टी के विजय रथ के सारथी रहे। नो नेगेटिव कैम्पेन इसे अब अपने अनुभवों से सीखना ही कहेंगे। पहले अरविंद केजरीवाल केन्द्र की सरकार को कोसते थे, नरेन्द्र मोदी पर सीधा हमला करते थे तो वो मोदी के पक्ष में जाता था। इससे नरेन्द्र मोदी(PM Narendra Modi) की लोकप्रियता और बढ़ती थी। लेकिन धीरे-धीरे अरविंद केजरीवाल ने अपने अनुभवों से सीखा और इस बार दिल्ली विधानसभा चुनावों में चुनाव प्रचार में नो नेगेटिव कैम्पेन को हिस्सा बनाया। उन्होंने प्रचार के दौरान नरेन्द्र मोदी पर कोई हमला नहीं बोला। यहां तक कि चुनाव प्रचार के दौरान जब पाकिस्तान से प्रतिक्रिया आई तो इस पर अरविंद केजरीवाल ने साफ तौर पर कहा कि मोदी इस देश के प्रधानमंत्री हैं और पड़ोसी मुल्क को इस पर बोलने का कोई हक नहीं है। दूसरी तरफ, अरविंद केजरीवाल के निशाने पर अमित शाह से लेकर दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी थे। मुफ्त सुविधाओं से जनता को जोड़ा वैसे अगर जनता टैक्स देती है तो यह सरकार की जिम्मेदारी बन जाती है कि वो जनता को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण सुविधआएं उपलब्ध कराए। इसमें बिजली, पानी और सफर जैसे पहलुओं सबसे अहम हैं। आपको बताते चलें कि अरविंद केजरीवाल की सरकार दिल्ली की ज़्यादातर आबादी को बिजली और पानी मुफ्त देती है। वहीं, महिलाओं के लिए डीटीसी बसों और दिल्ली मेट्रो में सफर मुफ्त कर दिया गया। एक तरह से दिल्ली सरकार ने अपने इस फैसले से बड़े तबके पर बड़ा गहरा असर डाला