दिल्ली विधानसभा चुनाव(Delhi Election 2020) के नतीजे आने में हालांकि अभी एक दिन और शेष है, लेकिन चुनावी सरगर्मी तेज है। एग्जिट पोल(Exit Poll 2020) के अनुसार तो दिल्ली में एक बार फिर झाड़ू चलती ही नजर आ रही हैं। न कहीं हाथ दिखाई दे रहा और न कमल खिलता लग रहा। एग्जिट पोल के नतीजे देखकर लग रहा है कि भाजपा (BJP)और कांग्रेस(Congress) दोनों ही दिल्ली में बेहद पिछड़ गई हैं। खैर, सब जनता की माया है...क्योंकि जनता लोकतंत्र में जनार्दन है। चलिए आपको बताते हैं कि किस पार्टी को एग्जिट पोल के मुताबिक किस समुदाय का समर्थन ज्यादा मिला और किस वोटर ने किस पार्टी से अब अपने हाथ खींच लिए। दिल्ली(Delhi) में करीब 35 प्रतिशत पूर्वांचली मतदाता हैं जो कुल 27 सीटों पर सीधा असर डालते हैं. पिछले कई साल में दिल्ली की आबादी में पूर्वांचलियों की संख्या तेज़ी से बढ़ी है. लिहाजा इनके वोट का महत्व भी बढ़ा है. 55 फीसदी पूर्वांचलियों ने केजरीवाल को वोट दिया और 36 प्रतिशत ने बीजेपी पर भरोसा जताया. आम आदमी पार्टी को पंजाबी समुदाय का सबसे ज्यादा समर्थन मिला. AAP को पंजाबी समुदाय के 60 फीसदी लोगों का वोट मिला. वहीं बीजेपी गठबंधन को 31 फीसदी, कांग्रेस को 4 फीसदी और अन्य के खाते में 5 फीसदी पंजाबी वोट शेयर गया.वहीं, ब्राह्मण की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली के 57 फीसदी ब्रह्मणों ने वोट दिया. वहीं, AAP को 35 फीसदी, कांग्रेस को 5 फीसदी और अन्य को 3 फीसदी ब्राह्मण वोट मिले. AAP और बीजेपी के बीच सामान्य वर्ग के वोट शेयर का अंतर महज 5 फीसदी रहा. 50 फीसदी लोगों ने आम आदमी पार्टी पर भरोसा जताया