कोरोना वायरस की इस गंभीर बीमारी ने धीरे-धीरे भारत के सभी राज्यों को अपनी चपेट में ले लिया है, जिसके चलते अभी तक 50 से अधिक मौतें हो चुकी हैं और 2000 से अधिक लोग अस्पताल में उपचार कराने के लिए मजबूर है, वही मिनी मुंबई और देश के सबसे सुरक्षित शहर इंदौर में भी कोरोना पीड़ित देश के 5 शहरों में शामिल हो गया है, जिसके बाद इंदौर के साथ आसपास के ग्रामीण इलाकों में दहशत नजर आ रही है जिसके चलते ग्रामीण अपनी सुरक्षा के लिए आगे आए है। दरअसल इंदौर जिले के दतोदा गांव के रहने वाले लोग हाथ में डंडा मास्क और सैनिटाइजर लेकर अपने और अपने गांव की रक्षा करने के लिए सड़क पर पहरेदारी कर रहे हैं। दरअसल पीएम मोदी के आव्हान पर लॉक डाउन का सख्ती से पालन किया जिसके चलते अपनी फसल तक की भी परवाह नहीं की, लेकिन इंदौर में आम जनता की लापरवाही के चलते इंदौर में कोरोना का संक्रमण लगातार फैल रहा है जिसके चलते भवर कुआं से सिमरोल तक लगभग 20 गांव ने अपनी सीमाएं सील कर दी हैं ताकि कोई भी व्यक्ति गांव से शहर और शहर से गांव में नहीं जा सके इतना ही नहीं अगर कोई व्यक्ति जाने का प्रयास भी करता है तो वहां मौजूद लोग उसका सैनिटाइजर से हाथ धुला कर और मास्क पहनाकर रवाना कर देते हैं। अक्सर कहा जाता है कि शहरों में शिक्षित और पढ़े लिखे लोग रहते हैं लेकिन इस घटना ने एक सच्चाई बयां कर दी है जिसमें जहां शहर में टोटल लॉक डाउन करने के लिए शासन और प्रशासन को विशेष सुरक्षा के साथ लोगों से पालन कराना पढ़ रहा है, वहीं ग्रामीण इलाकों में बिना किसी पुलिस के बिना किसी सख्ती से ग्रामीण लोग अपने घरों में अच्छे से वक्त बिता रहे हैं।