पितृ पक्ष की शुरुआत 1 सितंबर से हो गई है। इस वर्ष पितृपक्ष 16 की बजाय 17 दिनों का है। ऐसी मान्यता है कि अपने पूर्वजों के नाम पर श्राद्ध पक्ष में यदि दान, पुण्य और तर्पण किया जाए तो पितरो का आशीर्वाद मिलता हैं। वर्तमान में कोरोना जैसी महामारी के प्रकोप के चलते मंदिर और मठों में तर्पण का कार्य नहीं हो रहा है और लोग घरों पर ही श्राद्ध पक्ष में तर्पण कर रहे हैं। ऐसे में इंदौर की श्रद्धा सुमन सेवा समिति ने ऑनलाइन तर्पण की सुविधा मुहैया करवाना शुरू किया है। ऑनलाइन तर्पण अनुष्ठान में रोजाना 200 से ज्यादा लोग अपने पूर्वजों को जलअंजलि दे रहे हैं। पंडित पवन तिवारी ने बताया कि दिवंगत पूर्वजों, स्वतंत्रता सेनानी, देश के वीर शहीद हुए जवानों व विशेष रुप से गौ माता के लिए भी मोक्ष की कामना के साथ विश्व शांति के लिए तर्पण अनुष्ठान करवाया जा रहा है।