शामली और आसपास के क्षेत्र में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। भक्तों ने पहुच शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, बेर और भांग चढ़ा पूजा अर्चना कर जलाभिषेक किया। शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवरात्रि सबसे महत्वपू्र्ण महापर्व है। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, बेर और भांग चढ़ाने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और महादेव की विशेष कृपा मिलती है। वैसे तो हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन शिवरात्रि आती है, लेकिन फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी के दिन आने वाली शिवरात्रि को महाशिवरात्रि कहा जाता है। इस दौरान महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर श्रद्धालुओं ने मंदिर में पहुंचकर जलाभिषेक किया और महाशिवरात्रि पर्व मनाया।