जिला किन्नौर के पूह उपमंडल में बारिश से नदी, नालों का जलस्तर बढ़ गया है। इस कारण यहां बाढ़ आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को शलखर में बाढ़ आने के बाद एक बार फिर से मंगलवार को लियो गांव के नाला में बाढ़ आने से कई सेब के बगीचे और अन्य नकदी फसल पूरी तरह से तबाह हो गई है। कई लोगों के घरों में मलबा घुस गया है। वहीं, पांच मकान बाढ़ की चपेट में आने की सूचना भी है। जानकारी के अनुसार अचानक 5 बजे के करीब लियो गांव के नजदीक नाले में बाढ़ आने से गांव में अफरातफरी मच गई। बाढ़ आने की सूचना मिलते ही लोग सबसे पहले घरों से बाहर निकल कर सुरक्षित जगहों की ओर भागे, ताकि बाढ़ से बचा जा सके, लेकिन बाढ़ ने 100 के करीब बागवानों के बगीचों को तबाह कर दिया है। ग्रामीण छेरिंग नेगी ने बताया कि दोपहर के बाद बारिश होने के कारण अचानक बाढ़ आने से गांव का संपर्क देश दुनिया से कट गया है। उन्होंने कहा कि पांच बजे के करीब गांव के पास नाले में बाढ़ आने से ग्रामीणों की सालभर की नकदी फसल और सेब के बगीचे बरबाद हो गए हैं। बगीचों में चारों ओर मलबा ही मलबा दिख रहा है। उन्होंने कहा कि अभी तक जानमाल के किसी प्रकार के नुकसान होने की सूचना नहीं है। उन्होंने जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द लोगों की मदद की जाए, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। बाढ़ आने की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर रवाना हो गई है ताकि लोगों को समय पर मदद मिल सके। वहीं आपातकालीन परिचालन केंद्र ने पर्यटकों से अपील की है कि पूह उपमंडल की ओर यात्रा न करें । इन क्षेत्रों में शलखर, लियो, नाको, मालिंग यंगथंग और चांगों के नदी नालों में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। कोई आपातकालीन घटना होने पर आपदा प्रबंधन जिला किन्नौर के 8580819827 और 9459457587 नंबरों पर सहायता के लिए संपर्क कर सकते हैं।