राजनीति की रेखाएं कभी सपाट नहीं होती...इसमें हर पल नए मोड़ आते रहते हैं। इसलिए राजनीति के दिग्गज के बयानों में भी हर बार साफ-साफ बात नहीं मिलती। इसे तलाशने की जरूरत होती है। अखिलेश यादव पर आज जब ..सपा की करारी हार को लेकर...सवालों की बौछार हुई तो उन्होंने एक बार ये भी कहा कि...ये मौका सदस्यता अभियान पर बात करने का है। इससे पहले जब 1 जुलाई को अखिलेश यादव ..अपने जन्मदिन पर मीडिया के सामने आए..तो उन्होंने हार की वजह पर बात करने की जगह..योगी सरकार पर सियासी हमले किए..और भाजपा को लैपटॉप चैलेंज दिया था..आज आखिर दो टूक सवालों पर अखिलेश क्या बोलते दिखे..अब एक-एक कर ये सुनिए।