राजनीति के मैदान में चाहे जितना घमासान छिड़ा हो...लेकिन देशभक्ति और देश की सेवा के मुद्दे को कभी सियासत का सेंटर नहीं बनाया जाता। लेकिन अग्निपथ योजना का मामला बिल्कुल अलग है। इसका वास्ता बड़े पैमाने पर रोजगार देने से है। और सेना में देश के कोने-कोने से नौजवान शामिल होते हैं। कुछ के लिए ये जिंदगी का सबसे बड़ा ख्वाब होता है। इसी वजह से विपक्षी दल,...सेना की नौकरी से जुड़े इसी भावनात्मक लगाव की बार-बार दुहाई दे रहे हैं। सबका फोकस इस बात पर है कि सेना में 4 साल की नौकरी की शर्त ठीक नहीं...और देश की सेवा करने वालों के साथ ये नाइंसाफी होगी।