युवाओं के लिए आज के दौर में सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार है। इसलिए केंद्र सरकार ने सेना की नौकरियों को लेकर अग्निपथ नाम की सबसे बड़ी योजना का ऐलान किया है...सरकार का दावा है कि इससे लाखों रोजगार का रास्ता तैयार होगा। लेकिन इसमें तय नौकरी की 4 साल की शर्त...को विपक्षी दलों ने बड़ा मुद्दा बना लिया है। सपा, कांग्रेस और बसपा सहित तमाम दलों ने इसे सेना की नौकरी में ठेकेदारी प्रथा की एंट्री बता दिया है। एक तरफ इस पर सियासत तेज है..तो दूसरी तरफ यूपी सहित देश के कई राज्यों में युवा संगठनों ने..आज इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया।
कहीं रोड जाम किया गया...तो कहीं रेलवे ट्रैक पर विरोध जताया गया। इस विरोध के बीच...युवाओं को भरोसा देने खुद सीएम योगी आगे आए। उन्होंने नौजवानों से अपील की..कि वे किसी के बहकावे में नहीं आएं। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि 'अग्निपथ योजना' के तहत देश की सेवा करने वाले 'अग्निवीरों को यूपी सरकार पुलिस की नौकरी में प्राथमिकता देगी। अब सबकी जेहन में ये सवाल लगातार घूम रहा है कि...अग्निपथ योजना को लेकर मची ये हलचल कहां जाकर खत्म होगी...और क्या सरकार युवाओं को भरोसा जीत पाएगी। क्या उनकी आशंकाएं दूर हो पाएंगी...और क्या थम जाएगी...इस मुद्दे पर हो रही चुभने वाली सियासत