हर महीने पीरियड शुरू होने के पहले के कुछ साइन्स होते हैं! जो जनरली हर फीमेल में होते हैं। हां, साइन्स होते हर किसी के अलग-अलग हैं। मसलन- सूजन, मूड चेंज और एकदम से मीठा खाने की क्रेविंग्स के अलावा, ऐंठन या क्रैम्पस सबसे आम संकेत यानी साइन्स में से एक हैं। ये बात अलग है, कि ये साइन्स कोई बहुत कंफर्टेबल नहीं होते, न ही इनसे होने वाली परेशानी ही बड़ी हैप्पी एंडिंग का साइन होती है, लेकिन एक बात इन पीरियड सिग्नल्स से तय हो जाती है, वो यह, कि आपको पता चल जाता है, कि ‘आंटी फ्लो’ के आने का टाइम हो गया है, आप अपनी तैयारी कर लो! लेकिन क्या होगा, यदि आपको ऐंठन तो हो, लेकिन पीरियड न आए? मेरे ख्याल से आपका जवाब होना चाहिए, टेंशन! वैसे घबराएं नहीं। क्योंकि ऐसा होने के कई कारण हो सकते हैं, जरूरी नहीं कि हर बात सीरियस होने की ही हो! यदि हर 2-4 महीने में आपका शरीर प्री-मेंस्टु्रअल सिंड्रोम से जुड़े सभी हार्मोनल चेंजेज शो करता है, लेकिन उस महीने का एग रिलीज नहीं करता, तो इसे, एनोवुलेटरी साइकल के रूप में जाना जाता है और जब जक एग रिलीज नहीं होगा, तब तक परियड होगा नहीं। एनोव्यूलेशन आप जितना सोच रही याी सोचती हैं, उससे कहीं अधिक आम है। करीब 10 सक 18 प्रतिशत परियड साइकल एनोवुलेटरी होते हैं।’ एक एनोवुलेटरी साइकल के कारण, रैंडम भी हो सकते हैं, जैसे, बाॅडी वेट, न्यूट्रिशन या आप धीरे-धीरे मेनोपाॅज के करीब पहुंच रही हैं। हालांकि जनरली, समय-समय पर पीरियड स्किप करते समय, आमतौर पर चिंता की कोई बात नहीं होती, लेकिन अगर आपको फीवर, वॉमेटिंग या उल्टी है या दर्द है, जिसे आप साधारण ओटीसी दवाओं से नियंत्रित नहीं कर सकते या कर पा रहे हैं तो, तुरंत अपने डाॅक्टर से संपर्क करें।
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