बलात्कार पीड़िता के बारे में हमारे देश के जिम्मेदार लोग ऐसे-ऐसे बयान देते हैं कि जिन पर सिर्फ शर्मिंदा नहीं हुआ जा सकता। ये जिम्मेदार लोग यह क्यों नहीं बताते कि हम अब तक ऐसा सिस्टम तैयार क्यों नहीं कर पाए हैं कि जहां पर रात में भी निकलना किसी भी महिला के लिए सुरक्षित हो? क्यों इन उच्च पदों पर आसीन लोग सुरक्षित समाज बनाने की बजाय महिला को क्या करना चाहिए, क्या पहनना चाहिए जैसे बयान देते हैं? और ये बयान किस तरह से किसी हिंसा को पोषित कर सकते हैं? जानने के लिए देखिए ’पत्रिका’ के खास शो ’आधी दुनिया, पूरी बात विद तसनीम खान’ का 27th Episode- बलात्कार पर क्यों बिगड़े बोल?