उज्जैन नरवर के ग्राम नायताखेड़ी में रहने वाली महिला व दो मासूम बच्चों को घायल हालत में ससुर चंदर पिता भूरा जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचा। यहां चंदर ने बताया कि छत से सरिये गिरने के कारण तीनों घायल हुए हैं, जबकि महिला ने कहा कि ससुर बुरी नीयत रखता था इस कारण मैंने ही बच्चों को मारकर आत्महत्या का प्रयास किया। गंभीर होने पर तीनों को ऑपरेशन थियेटर में भेज दिया गया। सपना पति राजेश 30 वर्ष निवासी नायताखेड़ी नरवर, उसकी पुत्री विंध्या 3 वर्ष और पुत्र लोकेन्द्र 10 वर्ष को ससुर चंदर पिता भूरा अन्य रिश्तेदारों के साथ जिला चिकित्सालय में उपचार कराने पहुंचा। तीनों घायलों की हालत देखकर अस्पताल स्टाफ ने चंदर से पूछताछ की तो उसने कहा कि तीनों कमरे में सो रहे थे उसी दौरान छत से सरिये गिरे जो बच्चों व उनकी मां के पेट में घुस गये। हालांकि यह कहानी प्रथम दृष्टया ही झूठी थी क्योंकि दोनों बच्चों को इतनी गंभीर चोंट लगी थी कि उनकी आंतें बाहर आ गई थीं।