कोरोना काल में लगी ड्यूटी स्वास्थ्य कर्मी और पैरामेडिकल स्टूडेंट नियमितीकरण मांगों को लेकर इंदौर के जिला स्वास्थ्य कार्यालय पहुंचे और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रवीण जड़िया को ज्ञापन सौंपा। उनकी मांग है कि लगभग 8 माह से कोरोना वॉरियर्स बनने के बाद अब उन्हें नौकरी का डर सता रहा है। उन्होंने मांग की है कि सभी कोविड 19 चिकित्सा अधिकारी और स्टाफ (आयुष चिकित्सक,नर्सिंग स्टाफ,फार्मासिस्ट, लेब टेक्नीशियन) पिछले 08 महीनों से अपनी जान जोखिम में डाल कर काम कर रहे है ओर सरकार अपनी आवश्यकताओं के अनुसार हमारा अनुबंध घटा बड़ा रही है किंतु हमने जिन परिस्थितियों में सरकार का साथ दिया है उन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए हम सभी को संविदा में ले लिया जाए और सरकार के स्वास्थ्य विभाग में पर्याप्त रिक्तियां है हमे उसके माध्यम से भर्ती कर ले क्योंकि इतने महीनों से काम करना और अब हमें अचानक से बेरोजगार करना उचित नही है और हमारी प्राइवेट नोकरी ओर क्लिनिक भी छूट चुकी है।