राजधानी लखनऊ में ना तो सिटी बस सैनिटाइज हो रही है और ना ही इनमें यात्रियों को सैनिटाइजर मिल रहा है ऐसे में लोगों ने सिटी बसों से दूरी बना ली है आलम यह है कि सिटी बसों की एमएसजी बनाने वाले चार काउंटर में दो बंद हो चुके हैं यही नहीं इलेक्ट्रिक बसों में भी यात्रियों की संख्या कम होती जा रही है। राजधानी में 160 सिटी बसों का संचालन किया जा रहा है जिसमें 40 इलेक्ट्रॉनिक बसे हैं। लोगों के बाद जब फिर बसों का संचालन शुरू हुआ तो इन बसों को मुसाफिर मिलना मुश्किल हो गया इसका कारण इन बसों के सरे डाइजेशन की व्यवस्था ना होना है यात्रियों को हाथ से निराश करने के लिए लोगों को सैनिटाइजर भी नहीं मिल रहा है।