विगत दिनों आगरा नगर निगम में सेवानिवृत्त एक दर्जन से सफाई कर्मचारियों के नाम से आगरा नगर निगम के अधिकारी और एत्मादपुर जिला सहकारी बैंक के अधिकारियों ने सांठगांठ करके एक दर्जन से ज्यादा सफाई कर्मचारियों के नाम से दलालों के माध्यम से लोन निकाल लिया था। जिसकी जानकारी होने पर सफाई कर्मचारियों में हड़कंप मच गया था। जिसको लेकर के सफाई कर्मचारियों ने अपनी शिकायत आगरा नगर निगम के नगर आयुक्त से की थी। जिस पर नगर आयुक्त नगर निगम आगरा के द्वारा इसकी जांच कराने के लिए जिला प्रशासन को पत्र लिखा। इसकी कार्यवाही में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई। जिसमें कर्मचारियों के नाम से हुए फर्जी लोन घोटाले की जांच करने की जिम्मेदारी दी गई। इसी कड़ी में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के द्वारा 28 अगस्त को एक नोटिस सभी पीड़ितों को दे कर के आज कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय में अपने बयान दर्ज कराने की बात कही थी। जिस पर आज 1 दर्जन से अधिक पीड़ित सफाई कर्मचारियों ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के कार्यालय में पहुंचकर अपना कथन दर्ज कराया। जिस पर उन्होंने अपर जिलाधिकारी को बताया कि आगरा नगर निगम के अधिकारी और जिला सहकारी समिति एत्मादपुर के बैंक अधिकारियों ने दलालों से सांठगांठ करके उनके नाम से फर्जी लोन निकाल लिए लोन के दस्तावेजों पर न तो उनके फोटो लगे हैं और ना ही उनके हस्ताक्षर है। उनके द्वारा कई बार निगम और बैंक के अधिकारियों से जानकारी की गई लेकिन ना तो निगम अधिकारियों ने और ना ही बैंक के अधिकारियों ने सही प्रकार की जानकारी दी गई। वह गरीब आदमी है। उन्होंने जीवन भर नौकरी की है और अब नगर निगम ने फर्जी लोन के रूप में उनके सभी भुगतान को रोक लिया।