शाहजहांपुर- मामला मेडिकल कालेज के महिला विभाग का, जहां पर राखी पत्नी संजीव राठौर निवासी चौभूर्जी प्रसव पीणा के दौरान मेडिकल कालेज में प्रसूतिगृह में बहन काजल के साथ रविवार को लेकर आई। जहां पर डॉक्टर किरन से कहा, लेकिन डॉक्टर किरन हिला हवेली करती रही। जब काजल राठौर ने कहा मेरे पास आयूषमान कार्ड हैं तो डॉक्टर किरन ने साफ मना कर दिया। लेकिन जब काजल ने कहा मुझसे गलती हो गई, आप पैसे लेकर मेरी बहन राखी का इलाज चालू कर दिजिए। जिस पर डाक्टर किरन गुप्ता तैयार हो गई और आठ हज़ार रुपये लिए फिर ऑपरेशन किया। लेकिन जब मेरी बहन की हालत बिगड़ी तो मैंने उन्हें कई बार बुलाया, लेकिन वे नही आई। काजल का कहना हैं मुझसे अभद्रता की और इसी बीच मेरी बहन तड़प तड़प कर मर गई। जिस पर परिवार के लोगों ने किया हंगामा। हालांकि पुलिस मौके पर आ गए। लेकिन परिवार के लोग किरन गुप्ता पर रिपोर्ट दर्ज करने को लेकर अड़ा रहे और मृत राखी का शव ट्राम सेन्टर के बाहर लाकर रख दिया और किरन गुप्ता के खिलाफ जमकर नारे बाज़ी की। इसी बीच राष्ट्रीय अध्यझ विश्व हिंदू रझा दल के राहूल शूक्ला और जितिन तिवारी वह उनकी टीम के आजाने से मामला तूल पकड़ गया और पुलिस बल भी बढ़ा। लेकिन इसी बीच कोतवाली स्पेक्टर प्रवेश सिंह मौके पर पहुंचे और पुरी बात सुनकर डॉक्टर किरन गुप्ता के खिलाफ तहरीर लेकर शव को शव गृह में रखवा दिया गया। जिसका पोस्टमार्टम पैनल से होकर आगे की कार्यवाही के आश्वासन पर मामला शांत हुआ।