गुजरात के आरोग्य मंत्री और सूरत से विधायक कुमार कानाणी के बेटे प्रकाश और सूरत शहर की महिला पुलिस कॉन्स्टेबल सुनीता यादव के बीच हुई बहस चर्चा में है। दरअसल, कर्फ्यू के दौरान कार सवार पांच युवक बिना मास्क पहने मिले और ‘एमएलए’ लिखी कार को रोके जाने के बाद विवाद शुरू हुआ। इनको छुड़ाने आये प्रकाश के साथ हुई बहस सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और लोगों ने सुनीता को सोशल मीडिया में स्टार बना दिया है। घटना शुक्रवार रात करीब 10 बजे की है। इस मामले में कुमार कानाणी के बेटे के खिलाफ सूरत पुलिस ने मुकदमा दर्द करके उनको हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि महिला पुलिस ने पुलिसिया सिस्टम से तंग आकर अपना इस्तीफा सौंप दिया है। हालांकि, इस्तीफे को मंजूर नहीं किया गया। वहीं दूसरी तरफ सूरत के पुलिस कमिश्नर राजेंद्र ब्रह्मभट्ट ने इस मामले की जांच एसीपी सीके पटेल को सौंप दी है। बताया जा रहा है कि मंत्री के बेटे प्रकाश ने सुनीता को 365 दिन सड़क पर खड़े रहने की ड्यूटी लगवा देने की धमकी दी। इस पर सुनीता भड़क गईं और बोलीं- पुलिस की यह वर्दी तुम्हारे बाप की गुलामी करने के लिए नहीं पहनी है। औकात हो तो करवा देना मेरा ट्रांसफर गांधीनगर।