श्यामली के गाँव बुडीना कलाँ निवासी डॉ कपिल शर्मा जोकि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली में पर्यावरण अभियान्त्रिकी विषय के असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में शामिल है। उनकी बहन अंतिमा शर्मा की शादी जनपद शामली के उन ब्लाक के ग्राम भोगी माजरा निवास श्री सहन्दर शर्मा के पुत्र विकास शर्मा के साथ हुई है। हाल ही में उनकी बहन को पुत्ररत्न की प्राप्ति हुई। छुछक लेकर आये डॉ कपिल शर्मा ने रीतिरिवाज के अनुसार अन्य सामान के साथ 11 पेड़ देकर एक अनोखी मिशाल कायम की है। डॉ कपिल शर्मा ने बताया कि आज वातावरण की दशा बहुत ज्यादा खराब है मनुष्यो ने लाभ के वशीभूत पर्यावरण को बहुत ज्यादा दूषित किया है और पेड़ो का कटान बड़ी मात्रा में हुआ है। फैक्टरियों से निकलने वाला धुंआ और गंदा पानी, खेतो में इस्तेमाल किये जाने वाले अनेको प्रकार के खतरनाक फर्टिलाइजर्स व अन्य केमिकल्स आदि अंत मे मनुष्य के शरीर में पहुँचकर कैंसर जैसी घातक बीमारियों का कारण बनते है। आज के समय की वैश्विक समस्याए जैसे वैश्विक तपन, हरित गैस प्रभाव, ओजोन परत छिद्र, आदि सिर्फ और सिर्फ मानव जनित समस्याए है। उन्होंने बताया कि आरएसएस के ब्रज प्रान्त के प्रांत प्रचारक व विख्यात पर्यावरणविद डॉ हरीश रौतेला जी की प्रेरणा व मार्गदर्शन में उन्होंने लोगो को जागरूक कर पर्यावरण संरक्षण का बीड़ा उठाया है। डॉ कपिल शर्मा ने बताया कि आज लोगो को यह समझना ही होगा कि सूक्ष्मजीव से लेकर बड़े जीवजंतुओ का भी पृथ्वी पर उतना ही अधिकार है जितना की मनुष्यो का। डॉ कपिल शर्मा ने कहा कि लोगो को जागरूक कर पर्यावरण संरक्षण की मुहिम से जोड़कर हमे विकास के पथ पर आगे बढ़ना होगा।