उज्जैन जिले के बड़नगर तहसील में खरीदी केंद्रों पर लाखों कुंटल गेहूं खराब हो चुका है। बात अगर दो केंद्रों की करें तो रुणीजा खरीदी केंद्र और बालोदा लक्खा खरीदी केंद्र पर तो हालात और बदतर हैं रुणीजा खरीदी केंद्र पर पड़े गेहूं मैं खरीदी केंद्र के संचालक गोपाल साधु की बड़ी लापरवाही भी सामने आई। रुणीजा में शासकीय सेट बना होने के बाद भी खरीदी केंद्र शासकीय उप मंडी के बाहर खरीदी क्यों की गई अगर अंदर खरीदी की जाती तो जो पानी गेहूं में नीचे से घुसा और नीचे पानी भरा हुआ था वह स्थिति नहीं बनती। रुणीजा खरीदी केंद्र पर भी हजारों कुंटल गेहूं खराब हो चुका है इसके साथ ही बालोदा लक्खा खरीदी केंद्र पर खरीदी केंद्र के शंकरलाल पांचाल संचालक ने मीडिया के पूछने पर कुछ जवाब ही नहीं दे पाए क्योंकि बालोदा लक्खा खरीदी केंद्र पर हेम्माल नहीं कर रहे थे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और ना ही माक्स लगाया जा रहा था। हम्माल द्वारा उड़ाई जा रही थी कोरोना को लेकर बनाया गये नियमों की धज्जियां। संचालक शंकरलाल पांचाल ने खुद बोला कि जिसकी मर्जी होती है वह माक्स लगाता है और नहीं होती है तो नहीं लगाता है। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जिम्मेदार किस तरह का बयान देना साफ तौर पर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने बराबर है साथ ही में यहां तो गेहूं में से बदबू आ रही थी और जगह-जगह गेहूं अंकुरित हो चुके थे। अभी भी खरीदी केंद्रों पर परिवहन की गति इतनी धीमी है कि हजारों लाखों कुंटल गेहूं पड़ा हुआ है। अगर ऐसे में तेज बारिश गिरती है तो और भारी नुकसान भी हो सकता है जिसकी समस्त जवाबदारी प्रशासन की रहेगी।