10 जून 1999 में करगिल के (Kargil War) टॉलोलिंग में चल रही की लड़ाई बेहद ही महत्वपूर्ण चरण में पहुंच गई थी। भारतीय सेना (Indian Army) ने दुश्मन को घेर लिया था। घमासान युद्ध जारी था। इस समय तक यह स्पष्ट हो गया कि इस घुसपैठ (Infiltration) में सिर्फ पाकिस्तानी सैनिक (Pakistan Army) ही थे और अंत में 13 जून 1999 को सुबह 4.30 बजे भारतीय सेना ने फिर से तिरंगा फहरा दिया। ये शौर्य की कहानी 21 साल पहले की है लेकिन ठीक इसी दिन 10 जून 2020 में एक बार फिर से पाकिस्तान का कराची (Karachi) कांप उठा। कराची में 10 जून की रात क्या हुआ था, यह शहर खौफ के अंधरे में क्यों डूब गया था। या ऐसी क्या वजह थी की पूरा कराची Blackout हो गया? जानिए ‘पत्रिका’ के खास कार्यक्रम ‘सरहद विद आनंद मणि त्रिपाठी (Sarhad with Anand Mani Tripathi-Episode 1) के पहले एपिसोड में...