गोंडा जनपद में मिले पहले कोरोना मरीज की लगातार दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उसे लेबल वन हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया है । बता दें कि गत 17 अप्रैल को दिल्ली से आए इस युवक में पहले कोरोना मरीज के रूप में पुष्टि होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया था । आनन-फानन में प्रशासन ने होम क्वॉरेंटाइन किए गए इस युवक को घर से लाकर लेबल वन हॉस्पिटल में भर्ती कराते हुए इनके परिजनों समेत 26 लोगों को क्वॉरेंटाइन करते हुए पूरे गांव को सील कर दिया था । जिले के कौड़िया थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बिछुड़ी निवासी एक युवक दिल्ली के आजादपुर मंडी में मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन यापन करता था । देशभर में कोरोनावायरस का हड़कंप व जनता कर्फ्यू लगने के बाद तबीयत खराब होने पर यह युवक गत 15 अप्रैल को दिल्ली से आकर जिला अस्पताल में जाकर स्वयं जांच कराई सैंपल लेने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इस युवक को होम क्वॉरेंटाइन के लिए निर्देशित किया गया था । लेकिन दो दिन बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था । युवक को लेबल 1 अस्पताल में भर्ती कराया गया था । रविवार की दोपहर मैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी की मौजूदगी मे कोरोनावायरस का पहला केस ठीक होने के बाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मरीज को डिस्चार्ज करते हुए अपनी कामयाबी पर खुशी का इजहार किया । वही मरीज ने स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यहां पर भर्ती के दौरान मुझे किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हुई ।