तबलीगी जमात का इतिहास 93 साल पुराना है। इस्लाम के प्रचार के मकसद से तबलीगी जमात बनाई गई। दुनियाभर के 15 करोड़ लोग इसके सदस्य है। लेकिन कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते तबलीगी जमात के इज्तिमा से भारत ही नहीं पूरे एशिया में हड़कंप मच गया है। मलेशिया, इंडोनेशिया और पाकिस्तान की चिंता भी बढ़ गई है। खासतौर से पाकिस्तान की...क्योंकि 12 मार्च को पाकिस्तान के लाहौर में तबलीगी जमात का आयोजन हुआ जिसमें दुनिया के 80 देशों के ढाई लाख लोग शामिल हुए। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस बैठक में दस हजार मौलाना भी हिस्सा लेने पहुंचे। बताया जा रहा है कि कोरोना संकट को देखते हुए पाकिस्तानी अधिकारियों ने तबलीगी जमात के लोगों से यह बैठक कैंसिल करने की अपील की लेकिन जमात ने उनकी अपील नहीं मानी।