जनपद शामली के गांव गंगारामपुर में बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिसके चलते किसानो का भरोसा मौजूदा सरकार से उठ गया है। एक ओर जहां प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की आय दोगुनी कर किसानों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने की बात की जा रही है। वही बिजली विभाग द्वारा किसानों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। जिसके चलते किसानों को अपनी बेबसी पर आंसू बहाने को मजबूर होना पड़ रहा है। आपको बता दें कि पूरा मामला गंगारामपुर के किसान रमेश के खेत का है किसान का आरोप है कि 28 फरवरी को किसान के घर में शादी थी अगले दिन जब वह अपने खेत पर गन्ना छीलने के लिए पहुंचा तो वहां का नजारा देख उसके होश उड गए किसान कि टूवेल का केबल कटा हुआ था चोरी की आशंका जाहिर करते हुए जब किसान ने अपने खेत में बंद कमरे का दरवाजा खोला तो दरवाजे के अंदर उसे एक नोटिस पड़ा हुआ मिला जोकि गांव के किसान दयाचंद का था जिस पर लगभग 35000 का बिल दिखाया गया था जबकि किसान कहना है की इस बिल से उसका कोई लेना देना नहीं है। और न ही उस पर इतना बिल बाकी है। इस संबंध में जब किसान चौसाना बिजली घर पर जाकर वहां मौजूद स्थानिय लाइनमैन संदीप से बात की तो उसने बताया कि तुम्हारा बिजली का केविल मैं ही काट कर लाया हु जिसका नोटिस मेंने तुम्हारे टुवेल पर बने मकान के अंदर डाल दिया था तुम पर 35,000 से अधिक का बिल बकाया है। लेकिन किसान बार-बार लाइनमैन संदीप को अपने बिजली के कनेक्शन की पासबुक दिखाता रहा परन्तु लाइनमैंन ने किसान की एक भी बात नहीं सुनी और उसे कहने लगा कि तुम्हें जो कुछ करना है। करो तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते अगर तुम्हें तुम्हारा केबल जुड़वाना है। तो मुझे 1500 रुपए देने पड़ेंगे हमने तुम्हारी नौकरी नहीं ले रखी है।