दुर्ग. टोंटी लगे हुए मिट्टी के बर्तन कंधे पर लेकर मंगलवार को जब कुछ लोग कलेक्टोरेट पहुंचे तो सबकी निगाहें उस ओर जम गईं। बर्तनों पर पैंम्फलेट्स चिपके थे जिसपर मैसेज था- जेब में न पैसा है, न नल में पानी, यही है गरीबों की कहानी। इन बर्तनों में 25 हजार रुपए के चिल्हर भरे थे जिसे नामांकन के दौरान बतौर जमानत राशि के रूप में लाया गया था।