जांजगीर-चांपा। पत्नी को भरण पोषण देने के लिए एक व्यक्ति शुक्रवार को कुटुंब न्यायालय में एक, दो, पांच, दस के 33 हजार सिक्कों को बोरियों में भरकर पोटली बनाकर ले आया। जज ने पुरुष को पैसा देने के लिए कहा तो उसने सिक्कों से भरी थैली आगे बढ़ा दी। जज ने इसे प्रताड़ित करने का तरीका मानते हुए पति को न केवल सिक्के को गिनकर देने का आदेश दिया बल्कि पूरे पैसे को महिला के घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी सौंप दी। जज ने पैसे पहुंचाने के बाद मिली पावती को कोर्ट में जमा कराने कहा। गिनती करने के बाद पुरुष सिक्कों की पोटली को पहुंचाने महिला के गांव तक गया।