भाजपा नेता बृजपाल तेवतिया को लंबे समय से सरकारी गनर मिला हुआ था। दो माह पहले ही शासन द्वारा सरकारी गनर वापस लिया गया था। लोगों का कहना है कि यदि भाजपा नेता के पास सरकारी गनर होता तो बदमाशों की हमला करने की हिम्मत नहीं होती। भाजपा ने सपा सरकार की नाकामी पर सवाल उठाते हुए एक बार फिर राज्य की कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा किया है। उधर सपा के सियासतदान इसे आपसी रंजिश का मामला बताते हुए कुछ कहने से बच रहे हैं।