सवाईमाधोपुर. एक तरफ तो जिला प्रशासन व नगरपरिषद प्रशासन आमजन को स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे है, वहीं सरकारी कार्यालयों व मुख्य बाजार में नगरपरिषर से संचालित सार्वजनिक शौचालय गंदगी व बदबू से अटे पड़े है। इनकी साफ-सफाई को लेकर जिम्मेदार बेपरवाह बने है। शौचालय में पान-पीक के साथ गंदगी से बीमारियों फैलने का अंदेशा बना है। उधर, सरकारी कार्यालय ही स्वच्छता का मखौल उड़ा रहे है। पत्रिका टीम ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर सरकारी कार्यालयों, मुख्य बाजार व पार्कों में शौचालयों के हाल जाने तो हालात बद से भी बदतर मिले। पेश है सरकारी कार्यालय व सार्वजनिक शौचालयों की बदहाली पर एक रिपोट...र्।
सरकारी विभाग कार्यालयों के शौचालय के हाल...
रसद विभाग: पान-पीक से सने मिला शौचालय
जिला कलक्ट्रेट परिसर में संचालित रसद विभाग कार्यालय के शौचालय की स्थिति देखी तो शौचालय बदहाल मिला। शौचालय पान-पिक से सने मिले। शौचालय की हालत देखकर ऐसा लगा जैसे लंबे समय से सफाई नहीं हुर्ई। शौचालय में बदबू आ रही थी।
जिला परिषद ग्रामीण प्रकोष्ठ कार्यालय: बंद पड़े वॉश बेसिन
जिला कलक्ट्रेट परिसर में जिला परिषद ग्रामीण प्रकोष्ठ कार्यालय में ऊपनी तल पर शौचालय में गंदगी मिली। वहीं वॉश बेसिन बंद मिले। यहां दो वॉश बेसिन लगे थे लेकिन दोनों में ही पानी नहीं आ रहा था। एक में टोंटी गायब मिली और सफाई नहीं होने से गंदे पड़े थे।
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमि कार्यालय: बदबू मार रहे शौचालय
यहां सफाई नहीं होने से शौचालय बदबू आ रहे थे। तम्बाकू उत्पाद सामग्री खाकर शौचालयों में ही थूंका जाता है। ऐसे में शौचालय पान-पीक से पूरी तरह से सने थे। वहीं शौचालय के अंदर ही कबाड़ का सामान रखा था। हालात यह है कि शौचालयों की सफाई नहीं हाने से बदबू आ रही है।
पार्क व मुख्य बाजार में शौचालयों में मिली गंदगी
सरकारी कार्यालयों के अलावा सार्वजनिक स्थलों पर संचालित महिला व पुरूष शौचालय सफाई के अभाव में गंदे पड़े है। बजरिया में महावीर पार्क में महिला व पुरूष शौचालय पूरी तरह से गंदगी से बदहाल है जबकि यहां सुबह से शाम तक लोगों का आना-जाना लगा रहता है। इसी प्रकार चौथकाबरवाड़ा बस स्टैण्ड पर सार्वजनिक शौचालय भी नगरपरिषद प्रशासन की अनदेखी से बदबू मा रहे है। वहीं मक्खियां की भीनभीनाहट हो रही थी।