दुख है, पर ये दुख ही दूरी मिटाएगा || आचार्य प्रशांत, कबीर साहब पर (2024)

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वीडियो जानकारी: 27.03.24 , बोध प्रत्यूषा , ग्रेटर नॉएडा

प्रसंग:
~ सारे ग्रंथों का अध्ययन किस लिए किया जाता है, मूल बात क्या है?
~ इंसान दुख को अमर कैसे कर देता है?
~ किन दो मजबूरियों के कारण आदमी दुख पाता है?
~ अपने बंधनों को कैसे जानें?
~ अपनी मजबूरियों से कैसे लड़ा जाए?


मन के बहुतक रंग हैं, छिन छिन बदले सोय।
एक रंग में जो रहे, ऐसा बिरला कोय ॥
~ संत कबीर

स्वभाव से जो वस्तु निर्धारित नहीं है वह
दूसरों को कैसे उत्पन्न कर सकती है?
अतः दूसरों द्वारा निर्धारित सापेक्षता वाली वस्तु
दूसरों को उत्पन्न नहीं कर सकती।

How can that which is not established by own being create others?
Conditions established by others cannot create others.
~ शून्यता सप्तती - छंद 12


संगीत: मिलिंद दाते
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