हाड़ौती अंचल में शनिवार को मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। सुबह से शुरू हुआ बारिश का दौर देर शाम तक चलता रहा। बारिश से नदी-नाले उफन गए। कई रास्ते बंद हो गए। खेत लबालब हो गए, फसलें पानी में डूब गई। चम्बल नदी के कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश होने से इस सीजन में पहली बार कोटा बैराज के 6 गेट 7-7 फीट खोलकर 51 हजार 858 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। प्रशासन ने निचले इलाकों को हाई अलर्ट जारी किया है। कोटा के गेपरनाथ और कर्णेश्वर में फंसे दो लोगों को रेस्क्यू टीम ने निकाला।
जिले के खातौली क्षेत्र में पार्वती और चंबल नदी का जलस्तर बढ़ गया। इसके चलते दोपहर एक बजे करीब कोटा-श्योपुर मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। खातौली-सवाई माधोपुर मार्ग पर कैथूदा झरेर पुलिया पर करीब दो फीट पानी की चादर चल रही है। ताकली नदी में उफान आने से खेड़ली-अमझार व कोटड़ी-हथोना मार्ग अवरुद्ध हो गया। मंडाना, सीमलिया, चेचट, कुन्दनपुर, जगपुरा, सांगोद, इटावा क्षेत्र में तेज बारिश हुई। कुंदनपुर में उजाड़ नदी की पुरानी पुलिया पर चादर चल गई। जिले के चेचट व सांगोद क्षेत्र के हरिपुरा गांव में बाढ़ के हालात हो गए। इधर, जावदा और जवाहर नगर में बारिश आफत बनकर बरसी। गुंजाली, पतलोई, फलकू खोखी और कुल्ती नदियों में उफान आने से पुलियाओं पर दो से तीन फीट की चादर चल रही है। जावदा, जवाहर नगर का उपखण्ड मुख्यालय से सम्पर्क कट गया है। कुंडाल में बारिश के चलते रावतभाटा-रामगंजमंडी मार्ग दोपहर बाद बाधित रहा। मौसम विभाग के अनुसार, कोटा में शाम 5.30 बजे तक 57.8 एमएम बारिश दर्ज की गई।
नाला उफानने से कोटा-झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग-52 बंद
मोड़क स्टेशन क्षेत्र में तीन इंच बारिश दर्ज की गई। मानसून की पहली तेज बरसात के चलते चारों और पानी ही पानी नजर आया। मुकुन्दरा जंगल का पानी रेलवे पुलिया के समीप वाले नाले में आ गया। पानी का बहाव अधिक होने से पुलिया पर दो से तीन फीट बहने लगा। पानी का बहाव अधिक होने से राष्ट्रीय राजमार्ग 52 बंद हो गया। इससे दोनों और वाहनों की लंबी कतार लग गई।
कहां कितनी बारिश
झालावाड़ शहर में 1, रायपुर में 16, अकलेरा में 4, असनावर में 3, बकानी में 11, डग में 75, गंगाधर में 76, झालरापाटन में 6, खानपुर में 24, मनोहर थाना में 1, पचपहाड़ में 93, पिड़ावा में 56 व सुनेल में 30 मिमी बरसात दर्ज की गई। वहीं बूंदी जिले में एक घंटा झमाझम बारिश हुई। कापरेन, केशवरायपाटन, रामगंजबालाजी, बरूंधन, नोताड़ा में एक घंटे तेज बारिश होने से फसलों को जीवनदान मिला। शनिवार शाम पांच बजे तक बूंदी में 40, तालेड़ा में 5, के.पाटन में 10, इन्द्रगढ़ में 26, नैनवां में 9, हिण्डोली में 35 एमएम बारिश दर्ज की गई। बारां जिले में पिछले दो दिन से बारिश का दौर जारी है। शनिवार सुबह से शाम तक कई बार बारिश हुई।