प्रतापगढ़. जिले में टीबी के रोगियों को अब जांच व उपचार के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। चिकित्सा विभाग की ओर से जिले को एक मोबाइल वैन मिली है। जिसमें रोगियों को उनके गांव में ही जांच और उपचार की सुविधा मिलेगी। ऐसे में मरीजों को अब इलाज और जांच के लिए अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। मरीजों को उनके घर के नजदीकी के पास ही जांच और इलाज की सुविधा मिल सकेगी। विभाग की ओर से टीबी के मरीजों की जांच के लिए मोबाइल वैन जिले को आवंटित की गई हैं, जो गांवों में घर-घर पहुंचेगी। मरीजों की जांच के बाद उनके इलाज के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।
गौरतबल है कि कई बार स्थिति ऐसी बन जाती है कि निजी अस्पतालों में मरीज जांच के लिए मजबूर हो जाता है। उनको बीमारी का पता लगाने के लिए जांच के लिए अपनी जेबें ढीली करनी पड़ती थी। मोबाइल वैन के गांव-गांव पहुंचने से रोगियों को अब जांच के लिए अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा। मरीजों को उनके निकटकत सीएचसी के जरिए इलाज का इंतजाम किया जाएगा। इसके लिए सरकार से मोबाइल वैन को ऑपरेट करने के लिए मानव संसाधन भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। वैन मिलते ही इसे तुरंत फील्ड में संचालन कर दिया जाएगा।
जिले में तय किया जाएगा रूट, इसके अनुसार चलेगी वैन
जिले में आने के बाद मोबाइल वैन का बाकायदा इस तरह से रूट निर्धारित किया है। जिससे कोई छूटने नहीं पाए। स्वास्थकर्मी सैंपल लेकर मोबाइल वैन में बने लैब में जांच करेंगे। इसके उपचार की समुचित व्यवस्था भी करेंगे।
गाड़ी में यह मिलेगी सुविधा
वैन में टीबी मरीज की जांच के लिए सभी सुविधाएं मिल सकेगी। जिसमें एक्सरे की सुविधा, टीबी की कन्र्फेमेशन जांच के लिए सीबी नॉट जैसी मशीन की सुविधा, बलगम की जांच की जाएगी।
गाड़ी में पूरा स्टाफ रहेगा मौजूद
जिले के मिलने वाली गाड़ी में पूररा स्टाफ मौजू द रहेगा। इसमें चिकित्सक, लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर, संचालन के लिए मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेंगे।
शीघ्र होगा वैन का संचालन, मिलेगी काफी सुविधा
जिले को गाड़ी मिल गई है। इसका संचालन शीघ्र ही किया जाएगा। इस वैन से गांवों में टीबी मरीजों को काफी सुविधा मिलेगी। मौके पर ही जांच और उपचार किया जाएगा। जिससे मरीजों को स्वास्थ्य केन्द्रों तक आने वाली परेशानी से बचा जा सकेगा।
डॉ. जीवराज मीणा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, प्रतापगढ़.