अलवर. मालाखेड़ा तहसील के मिर्जापुर गांव में जोहड और मुख्य रास्ते पर दबंगाईयों ने कब्जा जमा लिया है। गांव के लोगों ने सर्वसमिति से अतिक्रमण को हटाने के लिए कई बार प्रयास किए, लेकिन दबंगाईयों ने अतिक्रमण नहीं हटाया। गांव के जमीन रेकॉर्ड के अनुसार 50 से 60 फीट चौडा रास्ता था, लेकिन रोड के दोनों और दबंगाईयों ने अतिक्रमण करने के बाद अब रोड केवल 10 से 12 फीट का ही रह गया है। रास्ता सकड़ा होने के कारण आए दिन स्कूल बसें और वाहन चालकों के वाहन रास्ते में फंस जाते है। कई लोगों ने अपने घर के सामने चबुतारा बना लिए है और पत्थर भी डाल दिए गए हैं। मकान को रास्ते के ऊपर बना लिया है। गांव के लोग अपनी समस्या को लेकर शुक्रवार को जिला कलक्टर के पास पहुंचे और कलक्टर के सामने अपनी समस्या को रखा। जिला कलक्टर अतिक्रमण हटवाने के लिए आवश्वसन दिया है। वहीं, जोहड की भूमि और आमरास्ते पर होने वाले अतिक्रमण की लिखित में सूचना मालाखेड़ा एसडीएम को भी सौंपी है। इस दौरान रामफल चौधरी, कुंवर सिंह, खुबराम आदि मौजूद रहे।
अतिक्रमण का ये है हिसाब-किताब
मिर्जापुर गांव का जोहड 20 बीघा था, लेकिन लगातार हो रहे अतिक्रमण के कारण अब ये है कि केवल 10 से 12 बीघा की जोहड़ की भूमि रह गई है। लगातार जोहड की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। वही, गांव के मुख्य मंदिर के आसपास दो बीघा जमीन थी, लेकिन अब केवल 5 बिस्वा ही शेष रह गई है। मंदिर की जमीन का लगातार दायरा कम होता जा रहा है। अगर अतिक्रमण गांव में आएगा तो वाहन चालकों राहत मिलेगी। ग्रामवासियों की मांग है कि अतिक्रमण करने वाले सभी लोगों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।