मरुस्थलीय जैसलमेर की मिट्टी ही नहीं शहर की सडक़ें तक तवे जैसी तपने लगी है और सूरज की प्रचंड किरणों से तापमान अब 48 डिग्री को पार कर गया। शुक्रवार को इस सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 48.3 रिकॉर्ड किया गया, जो इससे पहले के दिन गुरुवार को 47.5 डिग्री था। न्यूनतम तापमान में अवश्य थोड़ी राहत मिली। यह बीती रात को 30.8 डिग्री तक आया, जो एक रात पहले 33.3 डिग्री सै. था। शुक्रवार को प्रदेश भर की सूची में जैसलमेर शहर दूसरे स्थान पर रहा। पहले स्थान पर 49 डिग्री के साथ फलोदी रहा। पड़ोसी बाड़मेर भी जैसलमेर से मामूली रूप से पीछे रहा। दिनभर लू के थपेड़ों से जनजीवन अब पूरी तरह से हिल चुका है। लोग घरों से बाहर निकलते हुए भी भयभीत रहते हैं। विशेषकर छोटे बच्चों व बुजुर्गों को गर्मी से बचाव के लिए घरों में रहने की हिदायतें उनके परिवारजनों की ओर से दी जा रही है। दिन में सूर्यदेव ने मानो आग ही बरसाई। जो शाम तक जारी रही। मुख्य बाजारों के साथ चौक-चौराहों ही नहीं गलियों तक में सूनापन देखा जा रहा है। लोग ज्यादा से ज्यादा शीतल पेय पीने पर जोर दे रहे हैं। दोपहर के समय एयरकंडीशनर से भी लगातार शीतल हवा नहीं मिल सकी। आगामी दिनों में तापमान में और बढ़ोतरी से इनकार नहीं किया जा सकता।