इस अद्वितीय कथा में, हम साक्षात्कार करेंगे जब महाभारत के युद्ध के मैदान में घटोत्कच ने कौरव सेना का सामना किया। यह कहानी हमें उन महारथियों के साहस, सामर्थ्य, और युद्ध के मैदान में उनके महत्वपूर्ण योगदान के बारे में जानने का अद्वितीय अवसर प्रदान करती है।