Ahilya Temple Kamtaul: बिहार के Ahilya Temple में बैंगन चढ़ाने की क्यों है परंपरा? | वनइंडिया हिंदी

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Ahilya Temple: इंडिया में मंदिरों (Temples of India) की कमी नहीं है. हर प्रदेश के अपनी मंदिर और अपनी अपनी परंपराएं (Tradition of Temples) हैं. इनमें से तो कई प्राचीन मंदिर (Prachin Mandir) (ancient temple) का दर्जा हासिल कर चुके हैं. इसी कड़ी में बिहार के दरभंगा जिले (Darbhanga District) का अहिल्या मंदिर (Ahilya Temple) है. इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि देवी अहिल्या (Devi Ahilya) को श्राप से मुक्ति भगवान राम (God Ram) ने यहीं दी थी. इसलिए आज से 400 साल पहले दरभंगा के राजा (Darbhanga King) ने देवी अहिल्या का मंदिर बनवाया है. वहीं इस मंदिर से जुड़ी एक और परंपरा है जो सुनने में तो अजीब है लेकिन लोग इसे निभाते आ रहे हैं. दरभंगा के अहिल्या मंदिर में बैंगन चढ़ाने की परंपरा (tradition of offering brinjal) है. चलिए जानते हैं इस मंदिर के बारे में सबकुछ.

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