सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) शहर की आबादी के हिसाब से बहुत कम हैं। यही वजह है कि पूरे सीवर का शोधन नहीं हो पा रहा और सीधे ही नदी-नालों में गंदा पानी गिर रहा है। वर्तमान में 560 एमएलडी गंदा पानी रोजाना एसटीपी पहुंच रहा है और करीब 400 एमएलडी गंदे पानी का ही शोधन हो पाता है।