दुनियाभर में मशहूर जिस जयपुर को कवि कन्हैया लाल सेठिया ने नगरों की पटरानी का दर्जा दिया था। उसे आज के शासकों ने दो जिलों में बांटने का एलान कर दिया है। सभी धर्मों की संस्कृति और सभ्यता में रचे बसे गुलाबी नगर को बांटना नागरिकों को रास नहीं आया है। न तो जनता की मांग है और न