समलैंगिक पत्नी व दो सालियों ने किए थे शरीर के टुकड़े-टुकड़े
- एक साली का मित्र भी हत्या में शामिल, अब चारों गिरफ्तार
- पसंद न होने से पति से गौना नहीं करना चाहती थी वैटनरी सहायक पत्नी
जोधपुर.
बनाड़ थाना पुलिस ने कृषि विभाग में एएओ की हत्या व शरीर को काटकर सीवरेज लाइन में फेंकने का पर्दाफाश करते हुए गुरुवार को मृतक की पत्नी, दो सालियां व एक युवक को गिरफ्तार किया। पत्नी व दोनों सालियों ने मित्र के सहयोग से सोची समझी साजिश के तहत एएओ की हत्या कराई थी और सबूत मिटाने के लिए मशीन से काटकर शव काट सीवरेज लाइन में फेंक दिए थे।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) धर्मेन्द्रसिंह यादव ने बताया कि मूलत: नागौर जिले में मेड़ता सिटी थानान्तर्गत खाकड़की हाल बोरुंदा निवासी कृषि विभाग में एएओ चरणसिंह उर्फ सुशील (२६) पुत्र नेमाराम जाट की हत्या का खुलासा कर दिया गया है। बोरुंदा में डांगों ढाणी निवासी होने वाली पत्नी सीमा पुत्री पोकरराम जाट, उसकी बहन प्रियंका व बबीता और खींवसर थानान्तर्गत कांटिया निवासी भींयाराम पुत्र टीकूराम जाट को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा कई और व्यक्तियों को संदेह के चलते हिरासत में लिया गया है। पूछताछ की जा रही है। आरोपी सीमा वैटनरी सहायक है। उसके समलैंगिक होने की वजह से गौना के लिए राजी न होने की बात सामने आई है। पुलिस ने इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
एएओ डाल रहा था गौने का दबाव, सीमा नहीं थी राजी
थानाधिकारी अशोक आंजणा ने बताया कि चरणसिंह उर्फ सुशील का कई वर्ष पहले सीमा पुत्री पोकरराम जाट से विवाह हो गया था, लेकिन गौना बाकी था। सीमा नागौर जिले के घघराना में वैटनरी सहायक पद पर कार्यरत है। दो माह पहले एएओ नियुक्त होने वाला चरणसिंह के घरवाले गौना कराने के लिए पोकरराम पर दबाव डाल रहे थे। जबकि सीमा इसके खिलाफ थी। वह चरण सिंह को नापसंद करने लगी थी। वह गौना करके ससुराल नहीं जाना चाहती थी। इसके अलावा दोनों परिवारों ने बोरुंदा स्थित चूने भट्टे को लेकर भी विवाद था। गौने से बचने के लिए उसने दो बहनों के साथ मिलकर यह साजिश रची थी। हत्या के लिए प्रियंका ने अपने मित्र भींयाराम को तैयार किया था।
दो दर्जन से दिनरात पूछताछ में खुलासा
एएओ चरणसिंह दस अगस्त की शाम बोरुंदा से गायब हुआ था। शाम ४.५३ बजे उसकी बाइक मेड़ता सिटी में पब्लिक पार्क के सामने दो युवतियों के खड़ी करने का वीडियो सामने आया था। ११ अगस्त की सुबह नांदड़ी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में दोनों हाथ व पांव कटे मिले थे। शाम को कटा सिर भी सीवरेज लाइन में मिल गया था। रात को परिजन ने शव की पहचान की थी। सहायक पुलिस आयुक्त (मण्डोर) राजेन्द्र प्रसाद दिवाकर के नेतृत्व में पुलिस ने जगह-जगह दबिश देकर दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की। पहले दोनों सालियां और फिर पत्नी से पूछताछ के बाद कांटिया गांव से भींयाराम को पकडऩे पर कडि़यां जुड़ गईं।
सात बहनें व एक भाई, चार बहनें गृहस्थी में व्यस्त
बोरुंदा में चूना भट्टा मालिक पोकरराम की सात पुत्रियां व एक पुत्र है। चार पुत्रियां पति व बच्चों के साथ गृहस्थ जीवन में व्यस्त हैं। सबसे छोटी पुत्री वैटनरी सहायक सीमा का गौना होना बाकी था। प्रियंका व बबीता अपने-अपने पति से अलग रह रही हैं। इनके भाई से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।