रेलवे हिंदुस्तान की जीवनधारा है, लाइफ लाइन है। तमाम दावों के बावजूद हवाई चप्पल वाला अभी भी हवाई जहाज में नहीं चल पाता लेकिन ट्रेन ही है जो उसे उसकी मंजिल तक ले जाती है। रोजाना भारतीय रेलवे में ढाई करोड़ लोग सफर करते हैं। ये उतनी बड़ी संख्या है जितनी ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका या नेपाल जैसे देश की आबादी है। अब इतने लोग जिन ट्रेनों में सफर करते हैं, वो ट्रेन आज धूधू कर जल रही हैं।