आप इन तस्वीरों में देख रहे हैं कि सड़क पर उत्पात मचा है। सड़क पर आग लगी है। सड़क पर विरोध प्रदर्शन के झंडे बुलंद हैं। समाजवादी नेता डॉक्टर राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि सड़कें खामोश हो जाएंगी तो संसद आवारा हो जाएगी। लेकिन सड़कों के खामोश ना होने का मतलब सरकारी संपत्ति को बर्बाद करना नहीं होता। सड़कों के खामोश ना होने का मतलब ट्रेनों में आग लगा देना नहीं होता। सड़कों के खामोश ना होने का मतलब हिंसा पर उतर जाना नहीं होता। सड़कों के खामोश ना होने का मतलब धर्म के नाम पर, मजहब के नाम पर नफरत फैलाना और पत्थर फेंकना नहीं होता।