Some herbs and traditional medicines taken to prevent Covid-19 can cause serious harm to the body. Doctors in Mumbai had seen about six cases of liver damage caused by them between September and December last year. Jaundice (jaundice) and lethargy (lethargy-fatigue disorder) were seen in most of these patients. this was the time when he came to know about this fatal injury from Giloy in the liver through biopsy. Let us inform that even during the crisis of Corona, many times health experts had told Giloy to improve immunity. During the epidemic people were using Giloy as an oxidant to boost immunity. He told that unfortunately due to this many people have faced liver toxicity. Patients had recovered only a few months after discontinuing the use of Giloy.
कोविड-19 से बचाव के लिए ली जाने वाली कुछ जड़ी-बूटियां और पारंपरिक दवाएं शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं. मुंबई में डॉक्टर्स ने पिछले साल सितंबर से दिसंबर के बीच इनसे होने वाले लिवर डैमेज के करीब छह मामले देखे थे. ऐसे ज्यादातर मरीजों में जॉन्डिस (पीलिया) और लीथर्जी (सुस्ती-थकान से जुड़ा विकार) की समस्या देखी गई. डॉक्टर्स ने जब इन मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री की पड़ताल की तो पता लगा कि ये सभी टिनोस्पोरा कोर्डिफोलिया का सेवन कर रहे थे, जिसे आम भाषा में लोग गिलोय कहते हैं. भारत में गिलोय को लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी फायदों से जोड़कर देखा जाता रहा है. वो समय था जब उन्हें बायोप्सी के जरिए लिवर में गिलोय से होने वाली इस घातक इंजरी के बारे में पता लगा था. बता दें कि कोरोना के संकट काल में भी कई बार हेल्थ एक्सपर्ट्स ने गिलोय से इम्यूनिटी बेहतर होने की बात कही थी.
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