लखीमपुर खीरी:-मितौली कस्बे में एक सप्ताह में 10 लोगों की मौत हो गई। लगातार हो रही मौतों की वजह से लोगों में दहशत देखने को मिल रही है। मितौली में मौतों का सिलसिला 17 अप्रैल से शुरू हुआ। जुकाम, बुखार व सांस लेने में दिक्कत के चलते युवा बर्तन व्यापारी शिवम गुप्ता की मौत हो गई थी। मौतों की फेहरिस्त में पत्रकार अनूप राठौर की मां श्यामपति (70) का नाम भी शामिल हो गया है। पत्रकार अनूप की मां डायबिटीज की मरीज थी। अचानक तबियत बिगडते ही उनकी मौत हो गई। उनका सीतापुर से इलाज चल रहा था। वर्ष 2000 में शिक्षक पिता धनीराम की मौत के बाद मां ही सहारा थी वह भी चल बसी। वहीं मितौली सीएचसी पर बतौर सुपरवाइजर सेवाएं दे चुके रामजन्म दीक्षित(75) की बृहस्पतिवार रात को हृदय गति रुकने से मौत हो गई। इसके अलावा कस्बे के एक निजी क्लीनिक पर बतौर कम्पाउंडर सेवाएं दे रहे राजेश उर्फ राजू (45) की रविवार सुबह मौत हो गई। बताते है कि बुखार और फेफड़ों में पानी की शिकायत पर उसका लखीमपुर से इलाज चल रहा था। सांस लेने में दिक्कत पर उसे लखीमपुर ले जा