उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने की घटना नें लोगों के जहन में दहशत भर दी| सरकार के निर्देश पर मेला रामनगरिया और गंगा के किनारे बसे गांवों पर प्रशासन लगातार नजर बनाये हुए है| वही ग्लेशियर फटने की घटना के बाद मेला राम नगरिया में दिनचर्या पूर्व की तरह ही सामान्य रही| इसके साथ ही जमकर भीड़ भी उमड़ी| सुबह सूरज की लालीमा आने के पूर्व से ही कल्पवासी गंगा तट पर पंहुचे और गंगा में गोते लगाकर सूर्य को अर्घ्य देकर गंगा मइया से सभी की रक्षा की कामना की| वैष्णव संप्रदाय अखिल भारतीय श्री पंच तेरा भाई खालसा के महंत बालक दास की अध्यक्षता में शोभायात्रा निकाली गई। इसमें पालकी में ठाकुरजी को विराजमान किया गया। सबसे आगे ठाकुरजी की पालकी पालकी थी। वीर हनुमान के तीन निशान हाथों में लेकर संत आगे चल रहे थे। बैंडबाजे की धुन पर साधु-संत व महिलाएं थिरक रहे थे। संत तलवार से करतब दिखा रहे थे। शोभायात्रा का जगह-जगह फूलों की वर्षा से स्वागत किया गया। साधु संतों ने ठाकुरजी व हनुमानजी के निशानों को गंगा स्नान कराने के बाद पूजा अर्चना की। उधर, श्रीपंच रामानंदी निर्मोही अनी अखाड़ा के महंत नारायण दास बटेश्वर धाम से शोभायात्रा निकली। वीर हनुमान के तीन निशान आगे चल रहे थे। अध्यक्षता महंत नारायण दास कर रहे थे। संतों की तलवारबाजी देखते ही बन रही थी। हनुमानजी के निशानों को शाही स्नान कराया गया।