फर्रुखाबाद ( Farrukhabad ) के गांव करथिया ( Karthia Village ) में बंधक मामले में भीड़ ने दो षी की पत्नी का पीटकर मार डाला। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब दोषी को पुलिस ने मार गिराया तो भीड़ के द्वारा पत्नी की पीटकर हत्या क्यों की गई? जबकि पत्नी को पुलिस ने भी आरोपी नहीं माना। अब इस एक हत्या पर पुलिस ने अब तक भीड़ पर कोई कार्रवाई नहीं की है। सवाल यह भी है कि किसी अपराधी के परिजन को दो षी मानकर उसे पीटने का अधिकार भीड़ को किसने दिया। जबकि पुलिस एक दिन पहले ही 23 बच्चों ( 23 Children ) को बंधक बनाने वाले सिरफिरे सुभाष बाथम ( Accused Subhash Batham ) को मुठभेड़ में मार चुकी है और सभी बच्चे सकुशल देर रात निकाल लिए। बच्चों को सही सलामत पाकर सभी परिजनों ने राहत की सांस ली। राहत यह भी थी कि आरोपी मारा जा चुका था, लेकिन भीड़ ने इस दौरान आरोपी की पत्नी रूबी को पीट दिया। उसे गंभीर हालत में लोहिया अस्पताल में भर्ती किया गया था, लेकिन उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया।