प्रदेश का सबसे बड़ा दूसरा तालाब कहे जाने वाला बनेडिया तालाब जो कि अट्ठारह सौ एकड़ में फैला है जो अपने आप मे एक ख्याति लिए हुवे है। भोई समाज जन द्वारा तालाब का पूजन कर 700 नाव एक साथ पानी में मछली पकड़ने के लिए जाल डालने के लिए उतरी। देपालपुर व बनेड़िया के माझी भोई समाज के लोगों का पेट पालने वाला यह तालाब समाज के लिए वरदान है क्योंकि इस तालाब में पानी भर जाने के बाद सिंघाड़े,मछली पालन तथा पानी खाली होने के बाद चने की खेती होती है। बारिस की सुरुआत में करीब 6 माह पूर्व माझी समाजजन जो देपालपुर बनेडिया के 18 वर्ष से बड़े बालिग इक्कठे होकर करीब25 लाख से अधिक राशि एकत्रित करके करोड़ों मछली के बीज इस तालाब में डालते हैं। यही इनकी फसल छह माह बाद लगभग पांच सौ ग्राम से लेकर 4 किलो तक कि हो जाती है वही पहले पानी भरा होने पर छोड़ी हुई मछली काफी बड़ी हो जाती है।