यूपी के बलिया जिले के दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान के चयन के लिए आयोजित बैठक के दौरान विवाद में पुलिस के सामने ही युवक की गोली मारकर हत्या के दूसरे दिन बड़े अफसरों ने गांव में डेरा डाल लिया है। सुबह ही एडीजी, डीआईजी ने दुर्जनपुर पहुंचे। मृतक के परिजनों का आरोप है कि आरोपी धीरेंद्र सिंह को पकड़ने के बाद छोड़ दिया गया। इससे पहले आज सुबह मृतक का पोस्टमार्टम किया गया। रेवती क्षेत्र के ग्राम सभा दुर्जनपुर व हनुमानगंज की दो दुकानों के आवंटन के लिये गुरुवार दोपहर में पंचायत भवन में खुली बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। बैठक के दौरान दुर्जनपुर की दुकान पर सहमति नहीं बनी। बाद में वोटिंग कराने का निर्णय हुआ तो हंगामा शुरू हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हंगामा होते ही अधिकारियों ने बैठक स्थगित कर दी और जाने लगे। हालांकि इस दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी। वहीं कुछ देर बाद ही बलिया गोलीकांड में नामजद 8 अभियुक्तों में से एक देवेंद्र प्रताप सिंह को बलिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है।