निजीकरण के विरोध में आज पूरे प्रदेश में बिजलीकर्मी कार्य बहिष्कार कर रहे हैं।इसी क्रम में गाजीपुर में भी बिजली विभाग के कर्मचारी और इंजीनियर कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठ गए हैं। दरअसल केंद्र सरकार इलेक्ट्रीसिटी अमेंडमेंट एक्ट लाकर बिजली को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी में है और सरकार हर हाल में निजीकरण करना चाहती है। जिसके खिलाफ आज के प्रस्तावित कार्य बहिष्कार को लेकर जिला प्रशासन द्वारा अन्य विभागों के कर्मचारी जैसे लेखपाल,पुलिसकर्मियों आदि की ड्यूटी पॉवर हाउस में लगायी गयी है । लेकिन बिजलीकर्मी भी आर-पार की लड़ाई के मूड में है, और निजीकरण के विरोध में लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। मामले में अधिशाशी अभियंता महेंद्र मिश्र ने बताया कि सरकार दूसरे विभाग के कर्मचारियों को लगाकर सरकार काम कराना चाहती है। लेकिन हमारा काम कोई अन्य नहीं कर सकता है। हम मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि निजीकरण के प्रस्ताव को वापस लें। उन्होंने बताया कि आज विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति की ऊर्जा मंत्री से वार्ता है और हम उम्मीद करते हैं कि वार्ता का सकारात्मक परिणाम सामने आयेगा। अगर निजीकरण का प्रस्ताव न वापस लिया गया तो बिजलीर्मियों ने कार्य बहिष्कार के बाद जेल भरो और आंदोलन की भी घोषणा की है।