बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग के कर्मचारी अधिकारी हड़ताल पर चले गए हैं। इसी कड़ी में ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर पटेल के प्रभार वाले जनपद में भी बिजली विभाग के कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया है और यहां पर कार्यरत सैकड़ों की तादात में कर्मचारी और बिजली विभाग के अधिकारी हड़ताल पर चले गए हैं । लेकिन खास बात यह है कि जिले के दीनदयाल नगर की स्थिति पावर हाउस के कर्मचारी पावर हाउस पर ताला लगा कर के हड़ताल पर चले गए हैं । बल्कि बिजली की सप्लाई में बंद कर दी है। यही नहीं,कार्यालय के दीवाल पर लिखे हुए बिजली विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों के मोबाइल नंबर को भी काले रंग से मिटा दिया गया है। ताकि उनसे कोई उपभोक्ता या अन्य व्यक्ति संपर्क न कर सके । इस उपकेंद्र से विद्युत आपूर्ति बंद किये जाने के कारण दीनदयालनगर सहित दर्जनों गांवों में बिजली की सप्लाई ठप हो गई है।जिला प्रशासन की तरफ से इन सभी उप केंद्रों पर सरकारी कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है ताकि वो हालात पर नजर रख सकें।
उधर बिजली विभाग के इन हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए बिजली विभाग को निजी हाथों में जो सौंपने का फैसला किया है वह सही नहीं है। हड़ताली कर्मचारियों कहना है कि सरकार और संघर्ष समिति के बीच पिछले 5 अप्रैल 2018 को हुए समझौते का पालन किया जाए.चंदौली जनपद के बिजली विभाग के सर्किल ऑफिस में अपने इन्हीं सब मांगों को लेकर सैकड़ों की तादाद में बिजली विभाग के कर्मचारी अधिकारी कार्य बहिष्कार करते हुए धरने पर बैठ गए. धरना दे रहे बिजली विभाग के कर्मचारियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की और पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को निजी हाथों में सौंप पर जाने के प्रस्ताव का बहिष्कार किया. हड़ताली कर्मचारियों कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाएगा तब तक उनका यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।