उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप पीड़िता का बीती देर रात को अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस पर पहले केस को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगा था, लेकिन बीती रात परिवार की गैरमौजूदगी में जिस तरह पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया उससे यूपी पुलिस के व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। देर रात को 2 बजे के करीब जब यूपी पुलिस हाथरस में पीड़िता के गांव में शव लेकर पहुंची, तो किस तरह पुलिस ने परिवारवालों को घर में बंद करके खुद ही अंतिम संस्कार कर दिया, इसकी सच्चाई सामने आ गई। इस दौरान एसपी, डीएम, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट मौजूद रहे। शव के पहुंचने के बाद ही परिजनों और गांव वालों ने हंगामा किया। पुलिस की ओर से दबाव बनाया जाने लगा कि शव का अंतिम संस्कार देर रात को ही कर दिया जाए। इतना ही नहीं एक अफसर ने परिजनों को समझाया कि कुछ गलतियां हुई है, ऐसे में वक्त के साथ रीति रिवाज बदलते हैं और तुरंत ही अंतिम संस्कार किया जाना चाहिए। जिसपर परिवार ने बेटी के शव को घर ले जाने की अपील की। हालांकि, पुलिस ने परिवार की एक भी बात नहीं सुनी। और पौने तीन बजे के करीब देर रात को ही पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।