कोरोना महामारी के चलते विश्व के अधिकांश देशों की अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आ गई है. दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन लागू है जिसकी बुरी मार वहां की अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ रही है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा है कि यह मंदी अंतरराष्ट्रीय वित्तीय भी कहा है कि इस संकट के कारण 2009 में आई मंदी के मुक़ाबले इस बार हालात ज्यादा खतरनाक होंगे .भारत भी इससे अछूता नही रहा है
देश की लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को कोरोना वायरस ने जोरदार झटका दिया है .देशव्यापी लॉकडाउन के कारण उद्योग धंधे ठप हो गए. कई फैक्ट्रियों को ताला लग गया .लोगों के कारोबार चौपट हो गए, जिससे बड़ी मात्रा में नौकरियां गई. ऐसी स्थिति में जबकि पहले से नौकरी पर लगे हुए लोग भी बेरोजगार हो गए तो नए रोजगार की उम्मीद तो बहुत ही क्षीण हो गई . विश्व बेटी दिवस पर हम सिर्फ उम्मीद ही कर सकते हैं कि मंदी और उससे उत्पन्न हुई उसकी बेटी बेरोजगारी जल्द से जल्द इस देश को छोड़कर चली जाए देखिए इस मुद्दे पर कार्टूनिस्ट सुधाकर का नजरिया.